इन्दौरी तड़का : हाँ बावा आज तो बस जय हिंद और जय भारत
Indori Tadka : हाँ बड़े आज तो बस देशभक्ति ही चल री है पुरे इंदौर में। सब जगे नारे पे नारे नारे पे नारे जय हिन्द जय भारत। मतलब लोग तो ऐसे नारे लगाते है जैसे बस यहीं आखिरी स्वतन्त्रता दिवस है, और इसके बाद इनको मनाने को ही नी मिलेगा। बड़े आज सब जगे पे खुशियों का माहौल जमेगा हर रंग आसमान में दिखेगा सारा जहाँ सतरंगी होगा। कसम से अपना इंदौर तो चमकेगा बड़े चमकेगा। ऐसे मस्त मस्त इन्दोरी नजर आएँगे आज की क्या बोलो। बड़े कसम से कहीं स्कूल में माहौल मजे में होगा तो कहीं ऑफिस में। मतलब सब जगह आजादी ही आजदी। और अपने इंदौर की तो बात ही अलग है सब मदमस्त मग्न नजर आएँगे और ऊपर से बड़े आज तो मटकी फोड़ भी है तो उसके तो लग ही मजे है। अपने इंदौर में मटकीफोड़ भी लपक मनाई जाती है।
जन्माष्टमी भी अपने इन्दोरियों को मनाने में बड़े मजे आते है। अब मटकी फोड़ते है मक्खन खाते है। ऊपर से बावा इस बार तो देशभक्ति और जन्माष्टमी साथ साथ मन री है कोई इधर देशभक्ति में रमा है तो कोई उधर मटकीफोड़ में। मतलब आज बी वेलापंति तो दिखेगी ही। फिर सभी जानते ही है की इंदौरी तो इंदौरी ही होते है। कल तो ड्रेस कोड में नजर आएँगे ऑफिस वाले कोई सफेद में तो कोई ऑरेंज में तो कोई हरे में। बड़े सब अपने अपने रंग में नजर आएँगे। अब देखो आज सूबे से माहौल बी मजे में है। बड़े देखते जाओ शाम तक तो ऐसे मस्त रंगे रंगे होंगे सब की क्या बोलो। बस देखते चलो।