मौत से जुड़े इन अंधविश्वासों को जानते है आप
मौत। ये एक ऐसा सत्य है जिसे झुठलाया नहीं जा सकता है। हम सभी जानते है मौत एक ना एक दिन सभी को आनी है और यह एक ऐसा सत्य है जिसे सभी को स्वीकार भी करना ही होता है। ऐसे में मौत को लेकर कई तरह की बातें कहीं जाती है जो झूठ है लेकिन फिर भी लोग उन पर विश्वास कर लेते है और उन्हें सच मान लेते है जो सरासर झूठ है। जी हाँ आइए हम आपको बताते है कौन-कौन सी बातें है वो।
आँखों का बंद होना
लोग मरते वक्त आँखे बंद रखे यह जरुरी नहीं है कई लोगो की मौत आँखे खुले हुए ही हो जाती है और उसके बाद उनकी आँखों को बंद किया जाता है। ऐसे में आँखों का बंद करना सही माना जाता है।
कुत्ते का रोना
कहते है कुत्ते का रोना किसी की मौत का संकेत है मतलब की कुत्ते यमदूत को देख लेते है और इस वजह से वे रोते है। जबकि ऐसा कुछ नहीं है, हाँ यह सत्य है जानवर छठी इंद्री से परिपूर्ण होते है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है की उन्हें पता चल जाता है की किसी की मृत्यु होने वाली है। वे अपनी पीड़ा की वजह से रोते है।
अंतिम संस्कार
कहते है जब कोई अंतिम संस्कार कर आता है तो उसे छूना नहीं चाहिए तब तक, जब तक वो नहा ना ले। ऐसे में यह बहुत पुरानी प्रथा है और इसे अब तक अपनाया जा रहा है। आप सभी को बता दें की पहले ऐसा इस वजह से होता था क्योंकि पहले संभवत: मृत व्यक्ति की छूत की बीमारी से मौत हो जाती थी और इसके दुषप्रभाव से बचने के लिए लोग घर आकर नहाते थे।
खाना ना बनना
कहते है कि जिनके घरों में किसी की मौत हो जाती है उनके यहाँ कुछ दिन तक खाना नहीं बनता। यह कोई परम्परा नहीं है बल्कि ऐसा करना लाजमी है क्योंकि अपने प्रियजन की मृत्यु होने पर किसी का मन खाने पीने में नहीं करता।