इन्दौरी तड़का : भिया अब तो 23 सितम्बर बी गया ये दुनिया खत्म क्यों नी हो री है
हाँ बावा ये दुनिया तो खत्म होने का नाम ही नी ले री है। सुनने में आया था की 2012 में खत्म हो जाएगी यहाँ 2017 आ गया पन दुनिया वैसी की वैसी ही बनी री है। फिर सुनने में आया 21 मई को दुनिया खत्म हो जाएगी पन दुनिया वई की वई री। फिर एक बार और सुनने में आया की दुनिया 31 मई को खत्म हो जाएगी पन दुनिया वई की वई बनी री। फिर से सुनने में आया की दुनिया 23 सितंबर को खत्म हो जाएगी पन दुनिया वई की वई बनी हुई है। बड़े मतलब दे अफवाह पे अफवाह उड़ाई जा री है और अपन पागलों सरी के सब पे विश्वास पे विश्वास करे जा रिए है। बड़े सब फ़ालतू की मगजमारी है सब झूठ है ऐसा कोई नी होने वाला की दुनिया ही सटक जाए।
ऐसे होता ना तो आज अपन यहाँ बैठ के इन्दोरी तड़का नी पड़ रिए होते। ऊपर अपने कांडो का दंड ले रिए होते। भिया सब झूठ बोलते है साले जिसको देखो वई आए दिन केता नजर आ जाता है की कल दुनिया खत्म हो जाएगी, दो दिन बाद हो जाएगी, दस दिन बाद हो जाएगी। कौन समझाए अब इन लोगो को की होरी है तो होन दो ना तुम कायको फ़ालतू की मगजमारी में पड़े जा रिए हो। ऐसे ही यहाँ पे सबकी कैसेट उलझी रेती है ऊपर से ये लोग अफवाह उड़ा उड़ा के और टेंशन पे टेंशन दिलवा देते है। क्या बोलो बावा इंदौर वाले है ही सठियाए हुए जो कोई आके इनको केता है की अब दुनिया खत्म हो जाएगी ये उसकी बात पे झट से विश्वास कर लेते है और उसके बाद बोलते है हमको तो पता था कुछ होना नी है। बड़े भोत एबले है कसम से ये इन्दौरी।
इन्दौरी तड़का : बड़े गजब गरबे की धूम है पुरे इंदौर में
इन्दौरी तड़का : बड़े यहाँ तो गरबे के नाम पे इंदौर के छोरा छोरी अलग ही रास रचाते है
इन्दौरी तड़का : भिया आजकल सब वायरल चल रिया है
इन्दौरी तड़का : बड़े रिजाइन देना है तो रुक जाओ कल तो दुनिया ही खत्म हो जाएगी