इन्दौरी तड़का : भिया जिंदगी में कुछ बचा ही नी है अब मोबाइल के अलावा
हाँ बड़े इंदौर के लोगो की ज़िंदगी में भोत जरुरी चीज़ बस मोबाइल है और बस मोबाइल इसके अलावा उनको कुछ चिए ही नी। भइया मोबाइल यहाँ के लोगो की पेली जरूरत है बाकी सब बाद में। सबको पेले मोबाइल चिए बाकी सब बाद में। यहाँ के लोगो की जान अगर कहीं बसती है तो वो है उनके मोबाइल में। मोबाइल के अलावा उनको कुछ नी चिए बस वो मिल जाए उनकी नैया पार लग जाए। भिया यहाँ एक लोगो से कुछ बी मांग लो तुम लेकिन मोबाइल ना मांगो उसके बिना तो ये लोग रे ही नी सकते है। मोबाइल में तो यहाँ के लोगो की जान, जहान, दिल, धड़कन सब बसी होती है। बड़े यहाँ पे लोगो को खाते समय मोबाइल, पीते समय मोबाइल, गाडी चलाते समय मोबाइल, खाना खाते समय मोबाइल, पकाते समय मोबाइल, पढ़ते समय मोबाइल, नहाते समय मोबाइल, बाकी ये सब तो कुछ नी बड़े यहाँ के लोगो को तो पोट्टी करते समय बी हाथ में मोबाइल चिए होता है एक पल बी मोबाइल से दूर जाने में यहाँ के लोगो की जान जाती है।
कुछ बी हो जाए कोई को बी लग जाए, भले ही खुद का एक्सीडेंट हो जाए, खुद गिर जाए लेकिन मोबाइल को खरोंच तक नी आनी चिए बाकी जान ले लो इनकी लेकिन मोबाइल को कुछ ना करो। भिया अब तो तुमको सम्पट पड़ ही गया होगा की इंदौर के लोगो के लिए मोबाइल क्या है। और वैसे बी यहाँ के लोगो की ज़िंदगी तो वैसे ही ऑफिस और घर में झंड हो रखी है बस एक मोबाइल ही है जो इनकी जान बचाए हुए है।