इस मंदिर में मूर्तियों की गणना करना है हो जाता है नामुमकिन
आप सभी जानते ही होंगे कि दुनिया में कई मंदिर हैं जो अपनी अलग ही खासियत के लिए जाने जाते हैं. ऐसे में मध्यप्रदेश के खजुराहो में कंदरिया महादेव मंदिर स्थित है, यह मंदिर खजुराहो की वास्तुकला का एक आदर्श नमूना माना जाता है. जी हाँ, कहते हैं इस मंदिर की सबसे खास बात ये है कि यहां पर असंख्य मूर्तियां हैं और यहां स्थित दो और तीन फुट ऊंची मूर्तियों की संख्या ही 872 है. वहीं अब अगर आप इस मंदिर को पहली बार देखने जाएंगे तो आपको लगेगा कि इस मंदिर में चंदन की लकड़ी से मूर्तियां बनाई गई हैं लेकिन ऐसा नहीं है बल्कि मंदिर की मूर्तियां बलुआ पत्थर से बनी हुई हैं और ये देखने में चंदन की तरह ही दिखाई देती हैं.
कहते हैं यहाँ मंदिर की तीन पट्टियों में देवी-देवताओं, अप्सराओं और नागिनों की मूर्तियां हैं और मंदिर का प्रवेश द्वार पंचायतन शैली का बना हुआ है. इसी के साथ भगवान शिव के इस मंदिर का निर्माण चन्देल वंश के पराक्रमी राजा यशोवर्मन ने 1025-1050 ई. के आस-पास करवाया था और यह मंदिर 109 फुट लंबा, 60 फुट चौड़ा और 116 फुट ऊंचा है.
कहा जाता है इस मंदिर में छोटे-छोटे आले बने हुए हैं जिनमें सप्तमातृका की मुर्तियां है जिसके साथ गणेश और वीरभद्र भी है. इसी के साथ इनमे सात भयभीत रक्षक देवी शामिल है, ब्राह्मी ब्रह्मा के हंस पर बैठी है, त्रिनेत्र वाली महेश्वरी शिव के नंदी बैल पर बैठी हैं, कौमारी, गरुड़ पर बैठी वैष्णवी, वाराही, नरसिंह और चामुंडा भी यहां बैठे हुए हैं. कहते हैं यह मंदिर देखने में एकदम अलग है और इसी कारण दूर-दूर से श्रद्धालु इसे देखने के लिए यहां आ जाते हैं.
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