इस घड़ी में कभी नहीं बजते 12
दुनिया में हर चीज के पीछे कोई ना कोई लॉजिक होता है. ऐसे में आज हम आपको एक ऐसी घड़ी के बारे में बताने जा रहे हैं जिसमे घंटे के केवल 11 अंक ही हैं. जी हाँ, इसमें से नंबर 12 गायब है. वहीं यहां पर और भी कई घड़ियां हैं, जिसमें 12 नहीं बजते हैं लेकिन इसके पीछे का लॉजिक क्या है वह आपको हैरान कर देगा. जी दरअसल यहां के लोगों को 11 नंबर से काफी लगाव है और यहां की जो भी चीजे हैं, उनका डिजाइन 11 नंबर के आस-पास ही घूमता रहता है. इसी के साथ यहाँ संग्रहालय, एतिहासिक झड़ने और टावर भी 11 नंबर के हैं और यहां के सेंट उर्सूस के मुख्य चर्च में भी 11 नंबर का महत्व आपको साफ दिख जाएगा.
जी दरअसल, यह चर्च भी 11 साल में ही बनकर तैयार हुआ था और यहां तीन सीढ़ियों का सेट है और हर सेट में 11 पंक्तियां हैं और इसके अलावा यहां 11 दरवाजे और 11 घंटियां भी हैं. आपको बता दें कि यहाँ लोगों को 11 नंबर से इतना लगाव है कि वो अपने 11वें जन्मदिन को खास तरह से सेलिब्रेट करते हैं और इस अवसर पर दिए जाने वाले तोहफे भी 11 नंबर से ही जुड़े होते हैं.
आपको बता दें कि 11 नंबर के प्रति लोगों के इतने लगाव के पीछे एक सदियों पुरानी मान्यता है और कहा जाता है कि एक समय में सोलोथर्न के लोग काफी मेहनत करते थे, लेकिन इसके बावजूद उनके जीवन में खुशियां नहीं थी और कुछ समय के बाद यहां की पहाड़ियों से एल्फ आने लगे और उन लोगों का हौसला बढ़ाने लगे. इसी के साथ एल्फ के आने से वहां के लोगों के जीवन में खुशहाली आने लगी और एल्फ के बारे में जर्मनी की पौराणिक कहानियों में सुनने को मिलता है. कहा जाता है कि इनके पास अलौलिक शक्तियां होती हैं और जर्मन भाषा में एल्फ का मतलब 11 होता है इस कारण से सोलोथर्न के लोगों ने एल्फ को 11 नंबर से जोड़ दिया और तब से यहां के लोगों ने 11 नंबर को महत्व देना शुरू कर दिया.
इस प्रतियोगिता में दुल्हन की ड्रेस पहनकर दौड़ लगाती हैं लड़कियां, जीतने पर मिलते हैं लाखों रुपये
इस उम्मीद में दिया 12 बच्चों को जन्म, 11 के नाम नहीं याद
जानिए क्यों नहीं हो पाई थी राधा-कृष्ण की शादी