दादा की मृत्यु से मिली प्रेरणा, बन गए साइंटिस्ट
इतनी किताबें और स्टडी मैं अफोर्ड नहीं कर सकता था इसलिए लाइब्रेरी जाने के सिवा कोई चारा नहीं था. मेडिकल साइंस में रुचि रखने वाले आकाश को उनके आविष्कार के लिए सम्मानित भी किया जा चुका है.
आज वो दुनिया भर में अपने आविष्कार के बारे में लोगों को जागरुक कर रहे हैं ताकि साइलेंट हार्ट अटैक के बारे में लोगों को पता रहे.
कौन है Rukhmabai जिनके नाम पर आज बदला है गूगल का डूडल
अगर ऐसी होती स्ट्रैट लोगों की लाइफ, देखिये फनी वीडियो
जलते पटाखों को पीछे बांधकर खूब दौड़ाया इस शख्स को