विज्ञान से जुड़े सबसे बड़े झूठ, जिन्हें दुनिया मानती है सच
कहते है हमारे आसपास मोजूद हर चीज़ और घटना के पीछे विज्ञान का हाथ होता है. लेकिन ज़रूरी नहीं है की विज्ञान हर बार सही हो. विज्ञान ने हमे कई एसी बातें बताई है जो सच नहीं बल्कि झूठ है और हम ना जाने कितने वर्षो से विज्ञान के इन झूठ को सच मानते आ रहे है. आज हम आपको विज्ञान के कुछ इसे ही झूठ बताने जा रहे है. जिन्हें लोग सच मानते है.
मरने के बाद भी बढ़ते है हमारे बाल और नाख़ून?
सालो से ये मान्यता है की मौत के बाद भी मृत शारीर के नाख़ून और बाल लगातार बढ़ते रहते है. एसा माना जाता है की मौत के बाद भी हमारे शारीर में मोजूद सेल्स नाख़ून और बालो को बढ़ने में मदद करते है. जबकि ये बात पूरी तरह से झूठ है. दरंसल व्यक्ति की मौत के बाद ही शारीर में मोजुस सेल्स Decomposed होना शुरू कट देते है. तो नाख़ून और बालो के बढ़ने का सवाल ही नहीं उठता. हालाँकि मौत के बाद हमारे शारीर के बाल और नाख़ून में कुछ ग्रोथ देखी जाती है. जो हमारी स्किन के निर्जलीकरण के चलते होती है.
एक ही जगह पर दोबारा नहीं गिरती आसमानी बिजली?
असमान से गिरने वाली बिजली को लेकर मान्यता है की वह एक ही जगह पर दोबारा नहीं गिरती है. ये बात भी झूठ है. जब वैज्ञानिको द्वारा एस बात की गहरायी से जांच की गयी तो उन्होंने पाया की बिजली एक ही जगह पर एक से अधिक कितनी भी बार गिर सकती है. दरंसल बिजली ज़मीन पर गिरने के लिए सबसे नजदीकी रास्ता चुनती है. इसी वजह से वह किसी टावर या पेड आदि पर गिरती है.
एक दिन में 8 गिलास पानी पीना है ज़रूरी?
वैज्ञानिको और डॉक्टर्स की माने तो एक दिन में 8 गिलास पानी पीना हमारे लिए आवश्यक होता है. लेकिन ये ज़रूरी नहीं है, दरंसल पानी पना हमेशा से हमारे शारीर के लिए लाभदायक रहा है. पानी पीने से कई समस्याओ का निवारण हो जाता है. साथ ही चेहरे पर चमक भी बरक़रार रहती है. लेकिन हमारा शारीर पानी की पूर्ति के लिए हमारे द्वारा खाए गए भोजान से तरल पदार्थ ले लेता है. इसके अलावा हम चाय,कॉफ़ी जेसी कई चीज़ें भी पीते है. जिसने भी हमारे श्री को पानी मिल जाता है. इसे में सभी के शारीर में पानी की अलग-अलग ज़रूरत होती है.
च्युइंगगम को पचाने में लगते है 7 साल?
बचपन में बड़े बुजुर्ग हमे समझाते थे की च्युइंगगम को ध्यान से खाना चाहिए, क्यूंकि अगर गलती से ये हमारे पेट में चली गयी तो इसे पचने में 7 साल से ज्यादा समय लग जायेगा. ये बात सुन्न कर हम डर जाते थे. लेकिन शायद आपको जानकर हैरानी होगी की आप बेवजह ही डरते थे. दरंसल अगर च्युइंगगम गलती से हमारे पेट में चले जाए तो वह अगले दिन हमारे शारीर से बहार हो जाती है. उसे पचने में 7 साल का समय नहीं लगता.