इन्दौरी तड़का : बड़े इंदौर के लोग अपने फ़ोन से दूर रे ही नी सकते
हाँ बड़े ये इंदौर के लोगों की खासियत के लो या बिमारी यहाँ के लोग किसी के बिना बी रे लेंगे लेकिन अपने मोबाइल के बिना इनसे रवा ही ना जाएगा। इंदौर में सभी को मोबाइल की लत लग चुकी है हर कोई मोबाइल का दीवाना है अगर एक दिन बी मोबाइल ना मिले तो ऐसी हालत हो जाती है की क्या बतऊ। बड़े यहाँ के लोगो को सबसे ज्यादा बस मोबाइल ही चिए होता है बाकी तुम उनको कुछ मत दो लेकिन मोबाइल नी बड़े ये तो छूट ही नी पाएगा। और दूसरा खाना और सोना ये बी इन्दोरियों की आदत है इसके बिना बी वो नी रे सकते है। बड़े सब के सब इंदौरी ऐसे ही होते है। यहाँ के युथ ही नी बच्चो की जान बी मोबाइल में ही बसती है और घरवाले यहाँ पे सब के सब इसी बात से परेशान है। और सबसे ज्यादा कोई परेशान है तो वो है माँ।
जी यहाँ पे माँ को सबसे ज्यादा परेशानी बच्चो के मोबाइल से ही होती है फिर वो बच्चा बड़ा हो या छोटा। आगे कोई पडोसी बी मर जाए तो माँ का ब्लेम बच्चो के मोबाइल को ही लगना है ऐसी दुश्मनी होती है मोबाइल से माँ की। बड़े यहाँ पे बच्चो को जरा से दस्त बी लग जाए तो उसका सारा ब्लेम बी बेचारे मोबाइल को ही लगना है। अगर मोबाइल कोई इंसान होता ना तो कसम से इत्ती गालियां देता ना बच्चो को की सब के सब सुधर ही जाते। बावा इस मोबाइल के साथ भोत नाइंसाफी होती है बेचारे काण्ड बच्चे करते है और सुनता कौन है मोबाइल।
इन्दौरी तड़का : बड़े बारिश हो और इंदौर के लोग पातालपानी घूमने ना जाए, हो ही नी सकता
इन्दौरी तड़का : बड़े असली मजे तो अब बारिश में आएंगे