इन्दौरी तड़का : बड़े हेलमेट के बगैर यहाँ पे बाहर चले ना जाना
हाँ बड़े यहाँ पे सारी मगजमारी हेलमेट की होती है आज कल। क्योंकि आज कल चेकिन इत्ती होरी है की क्या बतउ। साला सब जगे पे कोई ना कोई ट्रेफिक पुलिस वाले मिल ही जाते है। जहाँ देखो वहीँ पे लपक के पुलिस वाले घूमते रेते है। बड़े इत्ता कुछ होने के बाद बी लोग यहाँ पे हेलमेट नी लगा रिए है। लोग बी वैसे ही है उनको कित्ता बी समझा लो नी मानेगे तो नी मानेगे। कुछ बी हो हेलमेट नी लगाएंगे। भिया पुलिस वालों का तो यहाँ पे खौफ ही नी है। लोग समझते ही नी है की उनकी सेफ्टी के लिए सब उनको हेलमेट पेनने के लिए केते है। भिया क्या करे सब एबले जो है कोई समझता ही नी है बेचारे पुलिस वालों की भावनाओ को। मगजमारी कर लेंगे, चालान कटवा लेंगे, सब कुछ करवा लेंगे लेकिन हेलमेट नी पेनेगे।
सब ऐसे ही है रे कुछ नी होगा इनसे। भिया जगे ही इसीलिए फेमस है क्योंकि यहाँ पे कोई सीधा नी है सब के सब टेड़े है कुरकुरे की तरह। बड़े लोग अपनी ज़िंदगी दे देंगे लेकिन हेलमेट नी पेनेगे । और यहाँ के छोरों की बात करो तो वो तो इत्ते टेलेंटेड होते है की पुलिस दिखी नी की उनकी गाडी 70 की स्पीड में भगने दो फिर। ऐसी लपक के भगाते है की आज तो ये सब जीत ही जाएंगे। यहाँ के छोरो की स्पीड बी भोत तेज है रे बावा। अब और क्या बतऊ। ये जगे बस स्याणो की है। सब के सब यहाँ पे श्याणे है।
इन्दौरी तड़का : इंदौर में प्रॉब्लम नी आती है बस कैसेट उलझ जाती है
इन्दौरी तड़का : हर बात पे सिर्फ हव बोलते हो तो पक्के इन्दौरी हो तुम
इन्दौरी तड़का : हर बात पे ताव दिखाते हो, तो भिया इन्दौरी हो तुम