इन्दौरी तड़का : बड़े ढिंचक पूजा अब गाना वाना नी गाएगी क्या ?
Indori Tadka : हाँ बड़े ये दिंचाक पूजा तो तीन गांव के बाद नजर ही ना आई गायब ही हो गई। मेरेको तो ये समझ ना आता है की जिन लोगो ने इस पूजा के यूट्यूब पेज को इत्ता लाइक किया था कौन है ये लोग कहाँ से आते है ये लोग पता कहाँ से किया जाए। यार कैसे कैसे कोई ऐसा कर सकता है इत्ता गन्दा गाना कोई कैसे गा सकता है और उसके बाद उसे वायरल करने का चुतियापा बी कर गई ये छोरी तो क्या बोलो बावा। अभी कुछ दिनों से बंद है नाटक उसके नी तो कसम से ऐसे छा गयी थी की क्या बतऊ। बड़े तीन गाने गाकर ही छोरी ने सबकी ले ली। कसम से ऐसे बैंड बजाए की सब उसके ही दीवाने हो गए। भले ही कोई को गाने पसंद ना आए पन सब के सब गाए जा रिए थे "सेल्फी मैंने ले ली आज, सर पे मेरे रहता ताज" बावा हद होती है पागलपन की बी, कसम से। बड़े ये ढिंचक पूजा क्या मालम क्या खाके पैदा हुई थी बैंड बजा के रख दी दबकी लोगो को ये अच्छी ना लगी पर इसके गानो को दे लाइक पे लाइक मारे गए।
कबि ये अपने इंदौर में होती और गाना जाती ना तो इसके पेले ही गाने पे इसकी बारा देते यहाँ के लोग। एक गाना जाती और यहाँ से सटक ही जाती। बड़े यहाँ पे जो ज्यादा साणा बनता है ना उसकी माँ भेन कर दी जाती है। और अगर ये रेती तो इसकी बी कर दी जाती वो तो बच गई भेन की टकी। भिया ज्यादा नी बोलते अपन नी तो उसके फैन बुरा मान जाएंगे। और तो और बावा नाम कौन ने रखा इसका ढिंचक पूजा हद होती है पगलाने की बी। कहाँ से दिखती है वो ढिंचक एबलि ही लगती है पूरी। ढिंचक तो अपनी कटरीना है माशाल्लाह।
इन्दौरी तड़का : बड़े इंदौर में सब अपने मन के है , कोई कोई की ना सुनता
इन्दौरी तड़का : यहाँ पे बस बेज्जती की जाती है और कुछ ना
इंदौरी तड़का : भिया दुनिया भर के सारे एबले लोग यहीं पे है