इन्दौरी तड़का : बड़े यहाँ के लोगो को शादी में लाड़ा लाड़ी से ना, जीमने से मतलब होवे है
Indori Tadka : हाँ बड़े यहाँ के लोग ऐसे ही है। यहाँ के लोगो को शादी में जाने पे बस एक ही चीज़ नजर आती है और वो है खाना। खाने एक आलावा कुछ और तो यहाँ के लोगो को दिखता ही नहीं है। बड़े कौन लाडा कौन लाडी कोई मतलब नी है मतलब है तो बस खाने से। खाना होना बाकी सब भाड़ में जाए। बड़े यहाँ के लोगो की ज़िंदगी में कोई सबसे जादा जरुरी है तो वो है खाना। खाना दे दो कहीं पे बी खाने में कबि पीछे नई हटते यहाँ के लोग। भिया शादी में जैसे ही पोचते है वैसे ही सबसे पेले ये देखते है की खाना क्या बना है बाकी सब भाड़ में जाए, कोई रिश्तेदार हो या फिर कोई घरवाले अपन को तो बस खाने से मतलब होना। बावा और छोरों की बात करों तो उनको खाना और फिर छोरियां देखना की कोई अच्छी आई हो तो सेट वेट कर लूँ यार वरना ज़िंदगी ऐसे ही सिंगल रे रे के निकल जानी है।
भिया यहाँ पे सिंगलों की बी कमी ना है कोई कोई तो कमिटेड होक बी सिंगल ही रेता है। सबको शादी में या तो लवर नजर आते है या फिर खाना। यहाँ के छोरे छोरियां सब ऐसे ही है। और अंकल आंटी की बात करों तो वो तो अपने बेटे और बेटियों के रिश्ते ढूंढने जाते है शादी में। कोई बी अच्छे खानदान का दिखा नी की अपने बच्चो की बढ़ाई शुरू कर देंगे। बड़े सरे इंदौर के नागरिक ऐसे ही ऐबले है क्या कहूं अब। शादी में जाना मतलब खाना।
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