ऐसे बनता है अण्डों में चूज़ा
प्रकृति ने हर एक चीज के निर्माण की एक खूबसूरत प्रॉसेस बनाई है. पशु-पक्षी, पेड़-पौधे इन सभी का निर्माण ईश्वर ने बड़े ही रचनात्मक तरीके से किया है. जैसे महिला के गर्भ में 9 महीने में बच्चा बड़ा होता है, वैसे ही हर एक जीव भी कुछ निश्चित समय मां के गर्भ या अंडे में बिताकर फिर दुनिया में प्रवेश लेता है. क्या अपने कभी इस बात पर गौर किया है कि अंडे में मुर्गी का बच्चा कैसे बनता है? आज हम आपको इस खबर के माध्यम से और अपनी फोटो स्लाइड्स के माध्यम से बताएँगे कि अंडे की जर्दी कैसे धीरे-धीरे चूजे में बदल जाती है?
चूज़ों को अण्डों में से निकलने में लगभग 21 दिन का समय लगता है. शुरूआती दौर में अंडे के अंदर पीले रंग की जर्दी लिक्विड फॉर्म में मौजूद होती है, जो कुछ दिनों में धीरे-धीरे लाल रंग में बदलते जाती है.
यही जर्दी आगे जाकर चूजे का रूप लेती है और फिर 21 वें दिन अंडे के अंदर से चूजे बाहर निकलते हैं. इस पूरी प्रक्रिया के तहत मुर्गी अपने बॉडी के तापमान से उन अण्डों को सेती है, तब कहीं जाकर उन अण्डों में इस तरह का परिवर्तन आता है.
इस पूरी प्रोसेस की जानकारी हम आपको अपनी फोटो स्लाइड्स के ज़रिये दिखाएंगे. पहले दिन से 21वें दिन तक इस पूरी प्रक्रिया को पूरा कर चूजा बाहर निकलता है, जो आगे जाकर मुर्गा या मुर्गी बन जाता है.