इन्दौरी तड़का : हाँ बड़े अब ठंड की चपेट लगातार लगती जाएगी
हाँ बड़े अब ऐसा ही होना वाला है इंदौर में भेंकर वाली ठंड की लपक चपेट लगने वाली है और अब से सब रजाई ,गद्दे, और स्वेटर में नजर आएँगे। बड़े कसम से ऐसी लपक ठंड पड़ री है अपने इंदौर में की क्या बोलो मतलब सब के सब अभी से स्वेटर पेन पान के घूम रिए है। जबकि अभी तो इत्ती तेज आई बी नी है अभी तो बस झोंके आ रिए है। मेको तो ये सम्पट नी पद रिया है की अब जब ये हाल है तो अग्गे ना जाने क्या क्या होने वाला है। बड़े कसम से ऐसी मारेगी ना सबकी की क्या बोलो। लेकिन फिर बी कुछ बावले तो ऐसे नजर आएँगे जो स्वेटर पेरेंगे ही नी क्योंकि उनको तो अपनी हीरोपंती दिखानी रेगी ना। अब करें बी तो क्या करें सबको आती नी और इन इंदौर वालों की जाती नी। भिया कसम से अब तो मजा आएगा सोने में रजाई में घुसे रओ और गर्म गर्म मेसूस करते रओ। अपने यां पे केते है की ठंड और बेइज्जती जित्ता मेसूस करो उत्ती ही लगती है तो बड़े अपने इंदौर के लोगों को दोनों ही मेसूस नी होती है। भिया अपने इंदौर वाले वैसे तो मगजमारी करने में एक नम्बर पे है, लेकिन कबि कबि सामने वाला इनकी बेइज्जती करके निकल जाता है और इनको पता बी नी चलता है और ये मेसूस बी नी करते है वई हाल ठंड का है ये मेसूस नी करते तो इनको लगती नी है।
इन्दौरी तड़का : बड़े इंदौर वालों को बक बक करने की आदत है
इन्दौरी तड़का : यहाँ की लड़कियां बोलने में पीछे नी रेती