इन्दौरी तड़का : बड़े इंदौर वालों को बक बक करने की आदत है
भिया भोत बक बकाते हो तो इंदौरी हो तुम, हाँ भइया इंदौर वालो को अक्सर ही बक बक करते ही देखा गया है। बड़े कसम से इंदौरी हो और बक बक ना करो ऐसा हो ही नहीं सकता है। बड़े इंदौर वाले जित्ती बकवास करते है ना उत्ती तो कोई और करे ही ना. मतलब हद ही है दिन भर बक बक बक. बस यई हाल होता है इंदौर वालो का दिनभर एक ही काम रेता है बक बक करना मतलब जित्ती बक बक ये एक मिनिट में कर जाते है उत्ता तो दूसरे शेर वाले एक दिन में बोलते होएंगे। बड़े कसम से ये इंदौरी इंदौरी ही होते है इनको कोई काम नी है बक बकाने के अलावा। भिया ये अगर कई पे गलती से मिल जाए तो एक दो घंटे तो वई खड़े खड़े बक बक करने में ही निकाल के रख देते है, अब क्या बोलो इनको।
बड़े दिनभर बोल लेंगे लेकिन फिर बी इनके मुँह में जरा सा बी दर्द नाम का कोई सामन नी रेता है। मतलब तुम इन लोगो से दिनभर बुलवा लो बक बकवा लो लेकिन ये चुप बी नी होएंगे और थकेंगे बी नी। बड़े कसम से इंदौर वालों को बक बकाने में कोई हरा के दिखा दें तो मन जऊ। बड़े अब कोई में दम हो तो आओ इंदौर और मिलो इंदौर वालो से।
इन्दौरी तड़का : भिया मन नी लग रिया, तो चलो ये जगो
इन्दौरी तड़का : ये इंदौर वालों को हर चीज में सबसे पेले सेव चिए