महिलाओं के बाल धोने से जुडी हैं कई चौकाने वाली मान्यताएं
महिलाओ की सुंदरता उनके बालो से होती है. कई बार आप लोगो को भी आपकी मम्मी या दादी ने कहा होगा कि मासिक धर्म के पहले दिन बाल नहीं धोने चाहिए. लेकिन इसके पीछे एक बड़ा कारण है. दरअसल मासिक धर्म के पहले दिन बाल धोने से आप पागल भी हो सकती है. जी हाँ.... आज हम आपको बालो के बारे में कुछ ऐसे ही खास बातो के बारे में बता रहे है.
ऐसा कहा जाता है कि मेंसुरेशन के पहले दिन यदि महिलाएँ रात में बाल धोती है तो इससे उन्हें ज्यादा ब्लीडिंग हो सकती है जिससे कमजोरी के कारण इसका असर सीधे उनके दिमाग पर होगा और इससे वो गंभीर रूप से बीमार भी पड़ सकती है.
साथ ही ऐसा भी कहा जाता है कि यदि बाल सुलझाते समय अगर आपका कंघा नीचे गिर जाता है तो ये बुरा संकेत होता है. और यदि इसे वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो आपके शरीर में कमजोरी आने लगती है जिसका असर भविष्य में आपके शरीर पर पड़ता है.
अक्सर बाल सुलझाते समय बहुत से बाल टूटते है जिसको आप गुच्छा बनाकर फेंक देते है. फिर ये गुच्छा इधर-उधर उड़ता है जिससे कि घर में कलह होता है.
ऐसी भी मान्यता है कि पूर्णिमा के दिन महिलाओ को अपने बाल खिड़की पर खड़े होकर नहीं सुलझाने चाहिए. क्योकि इस दिन भूत और चुड़ैल जैसी शैतानी शक्तियां ज्यादा शक्तिशाली होती है और ये सभी शक्तियां खुले बालो की तरफ जल्दी और ज्यादा आकर्षक होती है.
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