यहाँ पैसो की जगह होता था इंसानी मल-मूत्र का उपयोग, जानिए कोनसा था वो देश?
हमेशा से हम यही कहते है कि हमारा देश परम्पराओं वाला देश है और हमेशा से यहाँ के रीती-रिवाज आगे आते रहे है. लेकिन हम आज आपको एक ऐसे देश के बारे में बताने जा रहे है जोकि आज काफी विकसित है लेकिन यहाँ भी परम्पराओं के खेल काफी पुराने है. हम बात कर रहे है जापान की जहाँ पैसो के स्थान पर कभी इंसानों के मल-मूत्र को इस्तेमाल किया जाता था.
यह बात 16वीं शताब्दी की है जब यहाँ ऐसा किया जाता था. उस समय जापान को बहुत ही अशांत कहा जाता था और साथ ही इसी वक़्त जापान गृह युद्ध से भी गुजरा रहा था. इसी समय के साथ यहाँ 1603 में तोकुगावा लेयासु ने कब्जा कर लिया और इसके बाद से जापान ऊपर आने लगा और शांत भी रहने लगा.
इस दौरान तोकुगावा लेयासु के द्वारा कई नियम बनाए गए जोकि हैरान करने वाले थे. इनमे से ही एक था इंसानी मल-मूत्र का उपयोग.
इसके अलावा यहाँ एक अजीब बात यह भी थी कि जापान से कोई बाहर नहीं जा सकता था और ना ही कोई अंदर आ सकता था. साथ ही इस दौरान यहाँ तलाक प्रथा को आम माना जाता था. ऐसे ही कई नियम है जोकि जापान में उन दिनों आम थे. कहते है कि यह सब यहाँ करीब 250 सालों तक चला और समय के साथ जापान धीरे-धीरे विकसित हो गया.