कही आप भी तो नहीं Phishing के शिकार, चलिए जानते है क्या है ये बला
2. अपना पासवर्ड बदले
अगर आपको वही लिंक आपके हर डेटा यानि बैंक, ईमेल सेवा या सोशल मीडिया खाते में दिखाई देती है तो इसका मतलब ये है कि आपकी सभी जानकारी वो हासिल करना चाहते हैं और इसका मतलब ये है कि आप के ही पासवर्ड को हर जगह इस्तेमाल कर रहे हैं। इसलिए अच्छा है कि आप सारे पासवर्ड बदल ले।
3. Organization या संगठन को सम्पर्क करें
अगर आप इसका शिकार हुए हैं तो इसकी जानकारी आप अपने ईमेल संगठन को दीजिये साथ ही उन्हें ये भी बता दे कि आपने अपने पासवर्ड को बदल लिया है। इसी के साथ आप एंटी फ़िशिंग वर्किंग ग्रुप या एफबीआई के इंटरनेट क्राइम शिकायत केंद्र को इसके बारे में बता सकते हैं ताकि दूसरे लोग भी इससे सावधान रहे।
4. वायरस के लिए कंप्यूटर स्कैन करें
वायरस और मैलवेयर से बचने के लोए हमे हमेशा ही अपने कंप्यूटर या लैपटॉप को स्कैन कर लेना चाहिए। जिससे इसकी जानकारी हमे मिल जाये कि हमारे कंप्यूटर में कोई वायरस तो नहीं है। इसलिए ये भी ज़रूरी है कि आपके कंप्यूटर में एंटि-वायरस सॉफ़्टवेयर को लगवा लीजिये। यही आपको किसी भी तरह के मैलवेयर से बचा सकती है।
5. अपनी पहचान चोरी की चेतावनियों को देखें
अगर आपने कोई भी जानकारी का खुलासा किया है तो इसके लक्षण भी देखने को मिलेंगे। आप अपने बैंक को किसी भी असामान्य गतिविधि की चेतावनी देने के लिए कह सकते हैं। साथ ही पने क्रेडिट स्कोर की सुरक्षा के लिए, तीन प्रमुख क्रेडिट रिपोर्टिंग एजेंसियों को सूचित भी कर सकते हैं।