जानिए आज कौन है गूगल के डूडल की मालकिन
आप सभी जानते ही होंगे कि कभी कभी ख़ास मौके पर गूगल अपना डूडल बदल देता है. ऐसे में आज भी गूगल ने अपना डूडल बदला है जो एक ख़ास व्यक्ति को समर्पित है. आज हम आपको बताने जा रहे हैं उस ख़ास व्यक्ति के बारे में. गूगल ने जिन्हे अपना डूडल समर्पित किया है वह हीमाटोलॉजिस्ट (रुधिर रोग विशेषज्ञ) लूसी विल्स है जिनकी 131वीं जयंती पर गूगल ने डूडल समर्पित कर उन्हें याद किया है. आप सभी को बता दें कि विल्स ने 1928 में मुंबई में गर्भवती महिलाओं में एनेमिया के संबंध में रिचर्स की जिससे आगे चलकर फोलिक एसिड की खोज हुई जो शिशुओं में जन्म दोष को रोकने में मदद करने का काम करता है. इसी के साथ उन्होंने 1920 के दशक के अंत में और 1930 की दशक की शुरुआत में भारत में गर्भावस्था के दौरान मैक्रोसिटिक एनीमिया के संबंध में महत्वपूर्ण काम किया था.
वहीं कहा जाता है उन्होंने मुंबई में वस्त्र उद्योग में काम करने वाली गर्भवती महिलाओं पर रिसर्च की थी जिससे यीस्ट में पाए जाने वाले एक पोषण संबंधी कारक की खोज हुई, जो इस विकार को रोकता है और साथ ही इसे ठीक भी करता है.
इसी के साथ यह भी बताया जाता है कि उन्होंने अर्क, जिसकी पहचान बाद में फोलिक एसिड के रूप में हुई उससे रिसर्च के दौरान बंदरों के स्वास्थ्य में सुझार हुआ, जिसे 'विल्स फैक्टर' नाम दिया गया।फॉलिक एसिड एक प्रकार का विटामिन-बी है जो प्राकृतिक रूप से गहरी हरी सब्जियों और खट्टे फलों में पाया जाता रहा है. वहीं सीएनईटी के अनुसार, ब्रिटेन में 1888 में बर्मिंघम के पास जन्मी विल्स ने तीन स्कूलों में पढ़ाई की और पहला स्कूल चेल्टेनहम कॉलेज फॉर यंग लेडीज रहा और विल्स का निधन अप्रैल 1964 में हुआ था.
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