इन्दौरी तड़का : भिया कोई छोरी हो तो बताओ, हर छोरा यहाँ यई केता नजर आएगा
Indori Tadka : हाँ बड़े यहाँ पे सबी छोरो का यही काम है सब के सब सेटिंग करवाने के लिए ही मरे जाते है सबको एक ना एक सेटिंग चिए ही होती है। यहाँ पे अगर चार दोस्त है और एक की सेटिंग नी हो तो सब उसकी सेटिंग कराने में लगे रेते है जिसको देखो वो अपनी वाली से ये केता नजर आता है मेरे भाई की कोई गर्लफ्रेंड नी है अपनी कोई सेली से सेट करवा दो इसको। मतलब क्या बोलो भिया सब ऐसे ही है यहाँ पे। बावा यहाँ पे भोत से ऐसे छोरे है जो सेटिंग के लिए अपने दोस्तों के हाथ पेर जोड़ते नजर आते है।
बड़े यहाँ लोगो का यहीं काम है सेटिंग कराते रेना जिसकी सेटिंग ना। जिसकी सेटिंग ना हो उसको बी यहाँ पे सेटिंग चिए ही रेती है। हर एक को सेटिंग मतलब बिना सेटिंग के तो काम ही नी चलता है। सेटिंग ना हो तो लोग ऐसे ऐसे मिलते है की क्या कहें। साला सबको सेटिंग चिए ही चिए फिर वो कोई बी हो आंटी, भाभी या छोरी। और काली या गोरी। बड़े यहाँ पे तो भाभियाँ बी सेट कर लेते है छोरे वो बी ऐसे मजे से की क्या बोलो।
बड़े लोगो को एक छोरी पटाने में ना जाने कित्ते दिन लग जाते है लेकिन हमारे यहाँ इंदौर में तो ये छोरो का बाए हाथ का खेल होता है बस यूँ दो चुटकियों में छोरी सेट। भिया यहाँ के छोरे तो अगर कोई को छोरी सेट करने की ट्रेनिंग बी दें ना तो वो चार से पांच छोरियां तो यूँ ही सेट कर ले। बड़े कसम से यहाँ के छोरे सब में एक नम्बर है कोई पीछे है ही ना किसी काम में। छोरी सेट करना हो या कुछ काम सबमे अव्वल लोग। बड़े अब तुमको तो पता ही है की यहाँ पे सब एक से बढ़कर एक एबले है।
इन्दौरी तड़का : भिया यहाँ पे दोस्त नी, भाई और भेन होते है सब
इन्दौरी तड़का : भिया फिर कित्ते फ्रेंडशिप बैंड्स खरीद चुके हो