इन्दौरी तड़का : बावा गरबे सीखने की भीड़ सबसे जादा इंदौर में ही हो री है
हाँ बावा सबसे ज्यादा गरबे के दीवाने यई पे तो है। अभी से ही लोग गरबे की प्रक्टिस के लिए जाने लग गए है जिसे देखो शाम को निकल जाता है गरबे सिखने को। भिया मेरेको तो कबि कबि ऐसी फीलिंग आती है की गुजरात से ज्यादा गरबे तो अपने इंदौर वाले खेल जाते है। बड़े इत्ता बड़ा वाला शौक है ना इनको गरबे का कि क्या बोलो। अभी से ही शाम सब के सब गरबे के लिए हाथ में डंडे लेके सिखने निकल जाते है अभी ये हाल है तो गरबे में तो बवाल ही बवाल मचेगा पक्का है ये तो। बावा कसम से ये इंदौर में कुछ बी हो सब उसी में रम जाते है फिर वो महाकाल का त्यौहार हो या फिर गणेशा का।
अभी तो ये दोनों ही गए और अब आ गई है माताजी अब इनका त्यौहार मानेगा धूम धड़ाके से। भिया इंदौर वालो को त्यौहार मनाने में भोत भेंकर वाले मजे आते है जो बी त्यौहार हो इनको मजे से मनाते देखा जा सकता है। बड़े यहाँ पे नवरात्रि में ऐसे ऐसे जश्न वाले माहौल देखने को मिलेंगे की क्या बोलो। अबी तो शुरू बी नी हुई है तो ये हाल हे जब शुरू हो जाएगी तब पता नी क्या होयेगा।
इन्दौरी तड़का : ऐ जिंदगी तुझे भी टीचर्स डे मुबारक तूने बी भोत कुछ सिखाया है
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इन्दौरी तड़का : बावा क्या सच्ची में मरने वाले लोग श्राद्ध में नीचे खाना खाने आते है