इन्दौरी तड़का : बावा अब तो पकोड़े के अलावा कुछ नजर नी आएगा इंदौरियों को
Indori Tadka : हाँ बड़े कल पेली बार ऐसा लग रिया है की लपक के बारिश हुई है। कल कसम से रात से ही शुरू हो गई और सूबे तक झमाझम हुई। अब लग रिया है की इंदौर में बारिश शुरू हो गई है। अब सब जगे पे पकोड़े खाने के लिए लोग बैठे रेंगे। कसम से बड़े सब ऐसे ही है यहाँ पे सबको बारिश में पकोड़े खाने की पड़ी रेती है। भिया बारिश में इंदौर में सबको पकोड़े और घूमने के अलावा कुछ नजर ही नी आता है। बावा यहाँ पे लोगो को घूमने में जित्ता मजा आता है उत्ता ही खाने में बी। कसम से खाने के लोग उतने ही दीवाने है जैसे किसी छोरी के पीछे दीवाने होते है ना वैसे ही। बड़े फिर इंदौरी ऐसे ही होते है। इनको बरसात में खाने में, ठंडी में सोने में, गर्मी में बर्फ का गोला चूसने में भोत मजा आता है। वैसे बी इंदौरियों को तो हर चीज़ में मजा ही मजा आता है।
फिर वो किसी की बेज्जती हो री हो या कोई गिर रा हो इनको सब में मजे आते है। भिया कसम से इंदौरियों की ज़िंदगी भोत फ्री है इनको बस मजे के लिए जेना आता है बाकी कोई नी। अब तो बारिश आ गई इंदौर में मजे आएँगे कोई को भीगने में कोई को पकोड़े खाने में। यहाँ पे भोत दिन बाद ऐसी अच्छी baarish हुई है कसम से मन गदगद हो गया बावा।