इंदौरी तड़का : यार भिया यार तुम अलग नी मान रिए हो, बोला ना तुमसे नी हो पाएगा
इंदौरी तड़का : हाँ तो भिया क्या चल रिया है। आज तो हम आपसे अपने इंदौर की भन्नाट लैंग्वेज के बारे में बताने जा रिए है। देखो भैया सौ की सीधी एक बात की ये अपनी इंदौरी लैंग्वेज किसी को नी आती। ये इंदौरी लैंग्वेज है भिया ना हर किसी को बोलनी आती है ना किसी को जल्ली पल्ले पड़ती है। क्या करे यार भिया यार सबको आती नी और इंदौरियों की जाती नी। हाँ तो भिया आपने बी बोत पेपड़ बेले होएंगे इंदौरी लैंग्वेज सिखने के लिए लेकिन आखिरी में थक कर बोले होएंगे की रेन दे भिया मेरे से तो नी हो पाएगा। अब करे बी तो क्या करे भिया यार हमारी भाषा है ही इतनी भन्नाट की सब रपेटे में आ जाते है। तो आज हम आपको इन तस्वीरों के जरिए ये बताने जा रिए है की इंदौरी कैसी कैसी बोली बोलकर सबका मन जीत लेते है।
अबे चलरा की नी चलरा तेरेको सम्पट नी पड़ती क्या मैटर हो गए है बे
चल चल कम खा कितना चतरा है रे तू जबसे देख रिया हूँ खाए जा रिया है।
अबे पाइलेट भगा ना गाडी की लेट कराके उस खेबड़े सर की डाँट पड़वाएगा।
देख भैया अपन कोई अंड सण्ड काम नी करता रे। फ़ालतू माथा मत खा।