इस मंदिर में अंडा फेंककर मांगी जाती है मुराद
दुनियाभर में कई मंदिर है जिनके बारे में आपने सुना होगा. ऐसे में आज हम आपको जिस मंदिर के बारे में बताने जा रहे है उसके बारे में सुनकर आपको यकीन नहीं होगा. जी दरअसल हम जिस मंदिर के बारे में आपको बताने जा रहे है वह मंदिर नगरसेन बाबा के नाम से विख्यात प्राचीन मंदिर है जो फीरोजाबाद शहर से करीब आठ किमी दूर मटसेना रोड पर बिलहना गांव में बना है. जी दरअसल इस मंदिर की अनोखी परंपरा है कि ''नगरसेन बाबा पर अंडा फेंककर मांगी हुई मुराद पूरी हो जाती है.''
कहा जाता है मन्नत मांगने के लिए यहां दूसरे जिलों और प्रांतों से भी श्रद्धालु आते हैं. वहीं इस मंदिर की स्थापना करीब सौ वर्ष पूर्व दिवाकर समाज ने की थी. आप सभी को बता दें कि यहाँ आने वाले भक्तों की मानें तो उनका कहना है कि जिनके बच्चे बीमार होते हैं और जिनके बच्चे नहीं होते वह यहां आकर अंडों को मंदिर पर फेंककर मारते हैं. जिससे उनकी मनोकामना पूर्ण हो जाती है इस मेले में काफी दूर-दूर से लोग आते हैं.
केवल इतना ही नहीं कहा जाता है मंदिर की स्थापना मेला कमेटी पदाधिकारी पूर्व प्रधान जगन्नाथ दिवाकर एवं पुजारी विनोद कुमार के अनुसार उनके पूर्वज दयाराम और रामदयाल लगभग सौ वर्ष पूर्व की थी. जी दरअसल उनका बच्चा बीमार हो गया था, तब उन्होंने बच्चा ठीक होने की नगरसेन बाबा से मन्नत मांगी थी. वहीं मन्नत पूरी होने पर पूर्वजों ने मंदिर की स्थापना की थी.
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