इंदौरी तड़का : भिया भोत भेंकर लगी पड़ी है इंदौर वालों की
हाँ भिया यहाँ पे सभी का हाल यई पड़ा है। लोगो को कुछ सम्पट ही नी पड़ रिया है ऐसी भेंकर वाली लगी पड़ी है ना सबकी ज़िंदगी की झंड हो गई है। बड़े कसम से हर एक से यहाँ पे पूछने पे यई पता चल रिया है की ज़िंदगी झंड पड़ी हुई है। सबकी वाट लगी पड़ी है कोई ना सुनता है ना समझता है बस अपनी वाली चलाते है सब के सब। एबलाई तो कूट कूट के भरी है सब में। बावा इंदौर में जित्ते भी बन्दे है सबकी बारा बजी पड़ी है ऑफिस जाने वालों की बी और घर में रहने वालों की बी। बड़े कसम से ऐसे ऐसे बन्दे है की एक बी ज़िंदगी सईसाट तरीके से चल ही नी री है।
कसम से सब अपनी ज़िंदगी से भेंकर वाले परेशान है। किसी को अपनी ज़िंदगी पसंद ही नी है यहाँ पे सब अपनी ज़िंदगी से भारी वाले परेशान से है। भिया वैसे बी इन्दोरियों को तो सभी जानते ही है ये बिना गाली के तो बात ही नी करते है दिल्ली वालो से बी बुरी बुरी गालियां देते है। भिया यहाँ पे तो वैसे बी समझदार है वो बी भोत बड़े वाले। कसम से यहाँ के लोगो को अपनी समझदारी दिखाने में और अपनी वाली चलाने में सबसे जादा मजा आता है। इन इन्दोरियों के मन में तो वैसे बी हर दिन चुल्ल मचती ही रेती है वो बी ऐसी एबलाई वाली की क्या बोलो।