आखिर क्यों भरती है महिलाएं मांग में सिंदूर, वैज्ञानिक कारण जानते है आप
हर चीज़ के पीछे कोई ना कोई लॉजिक छुपा होता है इस बात को हम सभी मानते है। वैसे बात तो बिलकुल सही है की हर चीज़ के पीछे कोई न कोई लॉजिक होता है। ऐसे में हमारे देश की कुछ परम्पराएं भी है जिनके पीछे कोई ना कोई लॉजिक होता है। आज कल लोग इन परम्पराओं को नहीं मानते उनका कहना होता है यह सब ढोंग है, लेकिन नहीं यह सब एक सच है जो विज्ञान से जुड़ा हुआ है। आइए जानते है क्या क्या ?
होली में रंग लगाना
होलिका दहन की कथा के अनुसार रंग खेलना देवो ने शुरू किया था। लेकिन इसके पीछे एक वैज्ञानिक कारण भी है जो यह है की सर्दियों के बाद शरीर में बैक्टीरिया की संख्या बढ़ जाती है जिससे की होलिका दहन के ताप से इसे कम किया जाता है। क्योंकि तब तापमान 145 Degrees Fahrenhiet होता है और लोग इस दहन की परिक्रमा करते है।
मांग में सिंदूर भरना
कहते है पति की लंबी आयु के लिए सिंदूर भरा जाता है। जबकि इसके पीछे वैज्ञानिक कारण यह है की सिन्दूर, हल्दी, चूना और Mercury मिला कर बनता है और Mercury रक्त चाप को नियंत्रित करता है जिससे की यौन इच्छा बढ़ जाती है। इसी वजह से सिंदूर लगाया जाता है।
नमाज पढ़ना
कहते है अल्लाह को खुश करने के लिए नमाज पढ़ी जाती है लेकिन इसके पीछे का वैज्ञानिक कारण यह है की नमाज में पांच मुद्राएं होती है जिसे करने से मानसिक और आध्यात्मिक संतुलन बेहतर बना रहता है।
मंदिर जाना
भगवान की पूजा के लिए मंदिर जाते है या कोई मन्नत के लिए। इसके पीछे का वैज्ञानिक कारण यह है की यहाँ जाने से हमारे शरीर में सकारात्मक ऊर्जा आती है।