महाराष्ट्र के नौजवानों ने फसल, चूने और लाल रेत से बनाई गणपति की मूर्ति
महाराष्ट्र् में गणेश चतुर्थी का उत्सव हर बार बहुत ही भव्य तरीक़े से मनाया जाता है. यह पर्व सभी के लिए ख़ास होता है और इस पर्व को सभी बहुत धूम धाम से मनाते हैं. ऐसे में इस बार कोरोना वायरस महामारी के चलते धूम धाम की रौनक फीकी पड़ गई है. वैसे इस बार बड़े-बड़े पंडाल, भव्य मूर्तियां, नाच-गाना और लोगों की भीड़ नहीं दिखाई देगी लेकिन गणपति के दर्शन आपको हर जगह हो जाएंगे. वैसे इस समय एक तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है जो महाराष्ट्र के सोलापुर के बाले गांव की है.
जहाँ के कुछ नौजवानों ने मिलकर 200 फ़ीट लंबाई और 100 फ़ीट चौड़ाई की गणपति जी की इको-फ़्रेंडली मूर्ति बना दी. यह इस समय सोशल मीडिया पर ख़ूब पसंद की जा रही है. वैसे इस मूर्ति को केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के साथ ही साथ कई अभिनेताओं और नेताओं द्वारा भी शेयर की गई है.
हाल ही में मूर्ति बनाने वाले प्रतीक तांडले ने कहा कि, 'ये सब मौजूदा हालात को देखते हुए किया है क्योंकि हम मूर्ति के ज़रिए ख़ुशी फैलाना चाहते हैं.' वैसे यह तस्वीरें बहुत तेजी से वायरल हो रही है और सभी इन तस्वीरों को बहुत प्यार दे रहे हैं. यह तस्वीरें गणेश चतुर्थी के मौके पर सभी के दिलों को छू गई है और जो इन तस्वीरों को देख रहा है वह इनकी तारीफ़ किये बिना नहीं रह पा रहा है.
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