यहाँ आज भी आती है तड़पती महिलाओं की आत्माओं की आवाजें
आज भी कई ऐसे इतिहास के किस्से हैं जो चौकाने वाले हैं. इन्ही में से एक किस्सा रानी पद्मावती का है जिन्होंने अपनी आन,बान और शान के लिए सैकड़ों राजपूती महिलाओं ने एक साथ जौहर करके अपने प्राण त्याग दिए थे. जी हाँ, ऐसी मान्यता है कि वक्त के साथ ये जगह डरावनी जगह बन गई है जहां पर जाने से भी लोगों की रुह कांपने लगती है और रानी पद्मावती का साहस और सुंदरता किसी को परिचय देने कि जरुरत नही हैं. जी हाँ, वहीं चित्तौड़गढ़ का किला आज भी इन्हीं के नाम से जाना जाता है.
जी दरअसल इस किले से जुड़ा इतिहास बताता है कि इसमें जौहर कुंड में 3 बार जौहर किया गया और सबसे पहली बार जहां रानी पद्मावती ने करीब 700 राजपूती महिलाओं के साथ इसमें जौहर किया था उसी कुंड में राजपुताना आन की खातिर और 2 बार राजसी परिवार की महिलाओं ने भी जौहर किया है. इसी के साथ ऐसा भी कहा जाता है कि कई बार यहां लोगों को उन तड़पती महिलाओं कि आत्माओं की चीखें सुनाई देती हैं तो कोई जली हुई महिला देखने का दावा करता है.
जी हाँ, वहीं रानी पद्मावती पर एक किताब भी लिखी गई है और उसमे लिखा गया है चित्तोड़ के राजा रतन सिंग ने दुनिया की सबसे सुंदर महिला के साथ शादी की थी और वह औरत रानी पद्मावती है. इस बात का पता जब दिल्ली के राजा को लगा तो उनके मन में चित्तौड़ को अपना बनाने कि साजिश पलने लगी.
उसके बाद उनके सामने रानी पद्मिनी का एक खूबसूरत चित्र आया जिसमें उन्होंने अपने हाथ में कमल का फूल ले रखा है. कहते हैं खिलजी रानी का चित्र देखते ही आकर्षित हो गया और किसी भी कीमत पर चित्तौड़ का किला और रानी को पाने के लिए जतन करने लगा. उसके बाद राजा रतन सिंह को खिलजी ने बंदी बना लिया और युद्ध किया. उसके बाद रतन सिंह को खिलजी ने परास्त किया लेकिन इस खबर को सुनकर रानी पद्मावती सब समझ गई और उन्होंने महल की सभी महिलाओं के साथ जौहर कर लिया.
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