इन्दौरी तड़का : आज खोल दो सारे कर्मकांड का चिट्ठा
इन्दौरी तड़का : लो भिया सूबे सूबे शुरू हो जाओ। आज बता दो क्या क्या कर्मकांड किए है अब तक। देखो भिया आज इकबाल बयां पेश करने का दिन है सब बता दो क्या क्या बुरा किया है और क्या क्या अच्छा। भिया कुछ नी होगा हम किसी को नी बताएंगे। समझो यार भिया यार आज तो कन्फेशन डे है सब मन की बात बोल डालो। यार भिया आज तो हम बी इकबाल बयां करते है की हम बड़े अच्छे है। अब आप कहोगे की अपने मुँह मिया मिट्ठू बन रिए हो। तो देखो भिया हम तो अपने मुँह मिया ही मिट्ठू बनते है क्योंकि कोई वैसे बी हमारी तारीफ़ नी करता तो हम ही कर देते है।
और भिया आज तो तुम बी अपने सारे पाप बयां कर दो, और जितने कर्मकांड करे हो सब खोल दो। हो सकता है भगवान माफ़ कर दे। भिया अपनी गर्लफ्रेंड के सामने बी सारे राज खोल दो और आराम से हैं ना वरना कहीं ब्रेकअप ना हो जाए। कन्फेशन डे का मतलब सिर्फ यही नी है की आप अपनी गर्लफ्रेंड के सामने ही कर्मकांड खोलो अपने पापा माँ के सामने बी खोल सकते हो अगर कुछ ऐसा किया हो जो उनसे छुपा हो। अपने फ्रेंड्स के सामने बी कर सकते है। भिया हमारा काम था बताना अब तमारी जो इच्छा हो वोई करो हव।
इन्दौरी तड़का : हाँ भिया खुश तो भोत होंगे आज तुम
इंदौरी तड़का : हां तो भिया आज किसी को बोल मत देना दो लाख दे, वरना
इन्दौरी तड़का : अब शुरू हुए है भिया असली वाले वैलेंटाइन डेज
इन्दौरी तड़का : हां तो भिया आज तो पप्पी डे है