इन्दौरी तड़का : बड़े कब खत्म होंगे ये शादियों के माहौल
Indori Tadka : हाँ बड़े इंदौर में जीत्ती शादियां हो री है ना कसम से उत्ती कई और नी हो री होएगी। कसम से साला पूरा दिमाग खराब करके रख दिया है ये साहड़ी एक माहौल ने। जिसके घर पे देखो उसी के घर पे शादी हो री है। शादी तो ठीक है साला कोई बुलाने को बी तैयार नी है की बुला ही ले अपनी शादी में। इत्ती गुस्सा आती है की एक तो हमारे ही घर के सामने से जोर जोर से बाजा बजवाओ और ऊपर से फिर हमको ही नी बुलाओ। वाह इस बात पे तो लपक के तालियां बजनी चिए। भिया कसम से ऐसी जगे है ना ये की क्या बताऊ हर किसी की बारात पे बारात निकल री है जिसको देखो वो बारात में नाच रिया है। अरे कम से कम उस गरीब के बारे में बी तो सोचो जो 30 साल का हो गया है लेकिन अब तक कुवांरा ही है। यहाँ की शादियों में तो ऐसा लगता है इनके घर की यहीं पेली और आखिरी शादी है इसके बाद तो घर में शादी होनी ही नी है।
साला शाही शादी करते है इत्ते बाजे बजवाते है की समझ ही नी आता कौन से गाने पे नाचू और ऊपर से इन इंदौरियों का नागिन डांस। बड़े कसम से मजा बी भोत आता है लेकिन गुस्सा बी लपक के आती है। ऊपर से अभी तो ऐसा दिमाग भन्ना रिया है की क्या बताउ एक नी दो नी चार- चार, पांच-पांच शादियां हो री है और बुलावे की तो पूछो ही ना। नी आएँगे तो कई से नी आएँगे और आएँगे तो दस जगे से एक साथ ही आ जाएंगे। किसको क्या गिफ्ट दो साला ये बी सम्पट नई पड़ता है। सबसे बढ़िया नियम यहीं है की लिफाफा दो और पतली गली से कल्टी ले लो। बड़े सच में भोत भेतरीन तरीके से इन बाजो ने सर भन्ना दिया है। कसम से मन करता है सबकी शादी पे बैन लगवा दें।
इन्दौरी तड़का : चलो भिया आज वाटरपार्क घूम आते है
इन्दौरी तड़का : हर बात पे ताव दिखाते हो, तो भिया इन्दौरी हो तुम