मूंछ नहीं तो कुछ नहीं
ज्यादातर मर्दों को अपनी मूछों से बड़ा प्रेम रहता है, वह उन्हें इस तरह से संभाल कर रखते हैं जैसी नई नवेली दुल्हन को ससुराल में रखा जाता है. वो एक कहावत है ना कि "मुच्छ नहीं तो कुछ नहीं" और इसी बात को कुछ लोगों ने दिल पर ले लिया और अपनी मूछों को बना डाला कुछ ऐसा कि देखने वाले देखते ही रह गए.
देखा जाये तो मूछों का चलन अभी से नहीं हैं बल्कि काफी पुराने समय से लोग शौक से मूछें रखते आ रहे हैं. आज के युग में तो मूछों के साथ-साथ दाढ़ी भी लम्बी रखने का चलन शुरू हो गया है. अब इसे लोगों का शौक कहें या फिर इस ज़माने का ट्रेंड यह तो लोग ही ज्यादा बेहतर बता पाएंगे.
मूछें हैं या कोई पानी का जहाज़
अब वास्तव में ये शख्स बना या नहीं बना ये तो पता नहीं पर इसकी पानी के जहाजनुमा मूछों को देखकर लगता है कि ये ऐसे किसी जहाज का कप्तान बनना चाहता था या उस पर काम करना चाहता था.
चलता फिरता स्कूल
अब इन मूछों को देख कर तो यही याद आता है कि ये साहब एल्फाबेट सिखाना चाहते हैं. इसीलिए इनकी मूछों में ओ है, सी है, डब्ल्यु है और भी अंग्रेजी के वर्ण आप चाहें तो खोज सकते हैं.
गालों को घेरे ये गोल-गोल मूछों के गोले इस उभरे गालों को और भी खास बना रहे हैं.
वाकई ये साहब या तो झूलने के लिए हाथों के इस्तेमाल नहीं करना चाहते या फिर नहा धोकर खुद को तार पर लटकाकर सूखाना चाहते हैं. वैसे उनकी इस तरह की मूछें किसी स्लाइड से कम नहीं लग रही हैं.