इन्दौरी तड़का : तू इत्ता बड़ा हो गया के अब अपने बाप को सिखाएगा
भिया राम और सब बढ़िया चकाचक। भिया आज हम बात कर रिए इंदौर में पाए जाने वाले ऐसे लोगो की जो अपने अहसानो की गिनती गिनवाने में कबि पीछे नहीं हटते। हाँ बड़े कुछ बी हो सबसे पेले लोग आपको याद दिलाने लग जाते है की याद है वो दिन जब तू रोते रोते मेरे पास आया था और बोल रिया था की मेरा व्हाट्सअप अपडेट हो गया है तेरे पास पुराना हो तो देदे भई। भूल गया वो दिन जब तेको मैंने एग्जाम में पेन दिया था, भूल गया वो दिन जब तेरे लिए मैंने मेरी गर्लफ्रेंड से ब्रेकअप क्र लिया था। साले तेको याद बी है मेरी वजह से ही तेर करियर बर्बाद हुआ है और तू अब मेरेको नाटक दिखा रिया है अपने बाप को सिखाएगा अब तू। मतलब भिया यहाँ पे आप अगर अपने दोस्त की मदद ना करो तो आपको यहीं सब सुनने को मिलता है। उसके बाद आती है लड़कियों की बार तो वो बी अपने किए गए अहसानो को गिनाने से कबि पीछे नी हटती। अगर लडकियां शुरू होती है तो केती है की भूल गई वो दिन जब मैने तेरे लिए मेरे बॉयफ्रेंड से झूठ बोला था, तू कैसे भूल सकती है वो दिन जब तेरे लिए मैंने अपने पापा को झूठ बोला था, भूल गई तू वो दिन जब तेरे लिए मैंने अपनी पानीपुरी छोड़ दी थी, तेरी वजह से मेरी सारी ज़िन्दगी बर्बाद हो गई। यहीं सब होता है जब लडकियां अहसान गिनाती है।
उसके बाद आते है इंदौर वाले माँ पापा भिया इनके अहसान तो मतलब हद है ना ही गिनो तो ही भले है हम। इनके बाद बात कर लो अपने बड़े भाई भेन की ये शुरू होते है तो खत्म होने का नाम ही नी लेते। इनके अहसान शुरू होते है कपड़ो से - भूल गई तू जब मैंने अपने कपडे एक बार तुझे पहनने को दिए थे, भूल गया तू जब मेरी वजह से तुझे पापा ने मार नहीं था, भूल गई तू तेरे लिए मैंने माँ से पहली बनार झूठ कहा था, भूल गया तू तेरेको मैंने अपना कच्छा पहनने को दिया था। बड़े यहाँ पे सब एक दूसरे के अहसानो के नीचे गोते खा रिए है।