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ये हैं भारत के सबसे बुद्धिमान और चालाक माने जाने वाले चाणक्य के 5 बड़े सत्य

चाणक्य की मृत्यु

चंद्रगुप्त मौर्य ने अपने आखिरी दिनों में एक तपस्वी जीवन में खुद को ले लिया और उसके बाद उनके बेटे बिन्दुसार सिंहासन पर विराजे और उसमे सफल हुए। इस दौरान भी चाणक्य बिंदुसार के मुख्य सलाहकार बने रहे, लेकिन चाणक्य और बिन्दुसार के बीच शत्रुता पैदा करने के लिए साजिश का निर्माण भी हुआ, इस साजिश के मुख्य थे बिंदुसार के मंत्री। क्योकि बिन्दुसार ने चाणक्य  को सम्मान दिया और इसी के चलते ये साजिश की गयी और बिन्दुसार और चाणक्य के बिच मतभेद हो गए जिसे चाणक्य सहन नहीं कर सके, उन्होंने महल छोड़ दिया और खुद को मौत के हवाले कर दिया। 

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