नमस्ते करने के पीछे छुपे है इतने गहरे कारण
हम सभी के माता-पिता ने हमें ऐसे संस्कार दिए है कि जब भी हम किसी बड़े-बुजुर्ग से मिले या हमारे घर कोई मेहमान आए तो उनसे नमस्ते किया जाये. हम सभी जब भी किसी रिश्तेदार या परिचित से मिलते है तो नमस्ते कर उनका अभिवादन करते है. लेकिन क्या कभी आप सभी ने सोचा है कि आखिर नमस्ते करने के पीछे क्या कारण होता है. जब भी हम किसी बाहरी देश के व्यक्ति से मिलते है तो वो हमसे हाथ मिलाते है या हेलो बोलते है लेकिन हम हाथ जोड़कर ही नमस्ते क्यों करते है. चलिए आज हम आपको नमस्ते बोलने के पीछे का कारण बता ही देते है.
दरअसल नमस्ते बोलने के पीछे एक वैज्ञानिक कारण है. जब भी आप नमस्ते बोलने के लिए हाथ जोड़ते है तो आपकी उंगली के दोनों सिरे पर दबाव पड़ता है.और उंगलियों के ये सभी सिरे आपके मस्तिष्क, आँख और कान की नसों से जुड़े हुए होते है जिससे आपकी याददाश्त अच्छी होती है.
जब आप हाथ जोड़ते है तो ये सभी पॉइंट्स एक्टिव हो जाते है जिससे की आपको सामने वाले व्यक्ति की सभी पुरानी और बीती बाते याद आ जाती है.
इसके साथ ही जब आप अपने हाथो को अनहत चक्र के पास ले जाते है तो ये आपके शरीर में एक्टिव होने लगता है जिससे की सामने वाले को आपके शरीर से निकली हुई पॉसिटिव एनर्जी मिलने लगती है.
इसलिए कई योग मुद्राओ में भी नमस्ते किया जाता है.
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