मासिक धर्म में होने पर भी लड़कियाँ जा सकती है मंदिर, धो सकती है बाल
एक धारणा यह भी है की मासिक धर्म के दौरान सेक्स नहीं किया जाना चाहिए, तो यह धारणा भी बहुत ही गलत है क्योंकि मासिक धर्म के दौरान सेक्स करने से पुरुष की मर्दानगी खराब नहीं होती और ना ही खत्म होती है।
कई जगहों पर केवल पति और पत्नी रहते है तो वहां पर इन दिनों किचन में जाने से पत्नी को नहीं रोका जाता है। लेकिन वहीँ अगर बड़ा परिवार है तो मासिक धर्म के दौरान किचन में जाने से महिलाओं को रोक दिया जाता है। यह कहाँ का तर्क है यह बात भी गलत है, महिला चाहे तो वह किचन में जा सकती है।
कहते है मासिक धर्म के दौरान मंदिर नहीं जाना है, लेकिन क्यों ?? कई ऐसी जगहे है जहाँ पर लड़कियों के पहली बार मासिक धर्म होने पर उनसे मंदिर में पूजा करवाई जाती है। आपको बता दें की महाराष्ट्र में ऐसा होता है। और फिर जब पहले दिन यह सब पवित्र है तो बाकी दिन अपवित्र क्यों ? और जब महाराष्ट्र में ऐसा है तो सब जगह ऐसा क्यों नहीं??
महिलाओं की ये बातें लड़कों को क्या, किसी को समझ नहीं आ सकती
पादने में शर्म नहीं आती तो पाद बोलने में शर्म क्यों आती है, और फिर पादना तो सेहत के लिए अच्छा ही है