अपने पुत्र को ही श्री-कृष्णा ने दे दिया था श्राप
दुनियाभर में ऐसी कई कहानियाँ और कथाएं हैं जो भूतकाल के बारे में बताती हैं. ऐसे में भगवान श्री कृष्ण से जुड़े ऐसे कई रहस्य हैं, जिनके बारे में बहुत कम ही लोग जानते हैं. ऐसे में आज हम आपको कुछ ऐसी ही कहानी बताने जा रहे हैं. जी दरअसल यह राज श्री कृष्ण के पुत्र से जुड़ा हुआ है. जिनके बारे में ऐसा कहा जाता है कि भगवान कृष्ण ने गुस्से में अपने ही पुत्र सांबा को कोढ़ी होने का श्राप दे दिया था. तो आइए जानें इसके पीछे की कहानी के बारे में...
कहानी- भगवान श्रीकृष्ण के श्राप से मुक्ति पाने के लिए सांबा ने सूर्य मंदिर का निर्माण रवाया था, जो अब पाकिस्तान के मुल्तान शहर में बना हुआ है और इस सूर्य मंदिर को आदित्य मंदिर के नाम से भी पहचान मिली है. यूं तो श्री कृष्ण की कई रानियां थीं, जिनमें से एक जामवंत की पुत्री जामवंती भी थी और श्रीकृष्ण एवंजामवंती के विवाह के पीछे भी एक कहानी है.
हमारे पुराणों की माने तो बहुमूल्य मणि हासिल करने के लिए भगवान श्रीकृष्ण और जामवंत में 28 दिनों तक युद्ध हुआ था. वहीं युद्ध के दौरान जब जामवंत ने कृष्ण के असली रूप को पहचान लिया था, तो उन्होंने मणि समेत अपनी पुत्री जामवंती का हाथ भी उन्हें सौंप दिया था. बताया जाता है कि कृष्ण और जामवंती के पुत्र का नाम ही सांबा था. साथ हे यह भी कहते है कि सांबा इतना सुंदर और आकर्षक था कि कृष्ण की कई पटरानियां भी उसकी सुंदरता के प्रभाव में आ चुकी ई थीं. सांबा के रूप से प्रभावित होकर एक दिन श्रीकृष्ण की एक रानी ने सांबा की पत्नी का रूप धारण कर उसे आलिंगन में भर लिया था, लेकिन ऐसा करते हुए श्रीकृष्ण ने उन दोनों को देख लिया था. बस तब ही श्री कृष्ण ने क्रोध म आकर सांबा को कोढ़ी हो जाने का श्राप दे दिया था.
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इस गृह पर घंटों में गुजर जाता है एक साल