इस वजह से जनवरी में मनाया जाता है नया साल
हर साल आता है और खत्म हो जाता है और उसके बाद आने वाले नए साल यानी नए साल के पहले दिन हम नया साल मनाते हैं. वैसे पहले ऐसा नहीं होता था. जी हाँ, हम सभी वाकिफ हैं साल 2019 जाने वाला है और साल 2020 आने वाला है. ऐसे में हर कोई अपनी सुविधाओं के अनुसार नए साल का जश्न मनाने की तैयारियां शुरू कर चुका है. कोई धार्मिक तरीकों से तो कई घूमने जाकर या कोई अन्य तरीके से नए साल का जश्न मनाने के लिए तैयार है. लेकिन इस बात को बहुत कम लोग जानते हैं कि 12 महीनों में आखिर जनवरी महीने में ही क्यों 'नया साल' मनाया जाता है और क्यों है ये साल का पहला महीना.
अगर आप भी इस बारे में नहीं जानते हैं तो आइए हम आपको बताते हैं. जी दरअसल 1 जनवरी से शुरू होने वाले कैलेंडर को ग्रिगोरियन कैलेंडर के नाम से जाना जाता है, और इसकी शुरूआत 15 अक्टूबर 1582 में हुई.
कहा जाता है इस कैलेंडर की शुरुआत ईसाइयों ने क्रिसमस की वजह से की थी और ग्रिगोरियन कैलेंडर से पहले 10 महीनों वाला रूस का जूलियन कैलेंडर प्रचलन में था और इस कैलेंडर में क्रिसमस की तारीख एक दिन में नहीं आती थी. वहीं उसके बाद अमेरिका के नेपल्स के फिजीशियन एलॉयसिस लिलिअस ने एक नया कैलेंडर प्रस्तावित किया और उसके बाद रूस के ही कैलेंडर को राजकीय आदेश से औपचारिक तौर पर अपना लिया गया. कहते हैं इसे आधिकारिक तौर पर लागू कर दिया गया और इस कैलेंडर में पहला दिन 1 जनवरी को होता है इस कारण इसी कैलेंडर के हिसाब से नया साल जनवरी में मनाया जाने लगा.
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