ऐसे होता है सेक्स के दौरान एक किन्नर का जन्म
हमारे समाज कि बात कि जाए तो यहाँ पर किन्नरों को एक अलग ही पदवी दी गई है . जी किन्नरों का एक अलग ही रूतबा हो चला है हमारे समाज में, लेकिन कभी ऐसा भी वक्त था जब इनको बहुत ही अलग और नीची नजरो से देखा जाता था इनके बारे में गलत-गलत ही कहा जाता था .लेकिन अब ऐसा नहीं है अब कई ऐसे क्षेत्र है जहाँ पर इन्हे ऊंचा स्थान दिया गया है .ऐसे में आज हम आपको इन्ही से जुडी कुछ ऐसी बातें बताने जा रहें है जिन्हे जानकर आप हैरान रह जाएंगे .
किन्नर का जन्म तब होता है जब पुरुष और स्त्री के रक्त और वीर्य कि मात्रा समान होती है. जी कहा जाता है कि सेक्स के दौरान जब पुरुष का वीर्य ज्यादा होता है तो पुत्र होता है और स्त्री का रक्त ज्यादा होता है तो पुत्री लेकिन जब दोनों बराबर होता है तो किन्नर का जन्म होता है.
किन्नर कि दुआ दिल से दी होती है इस वजह से उनकी दुआ लगती बहुत जल्दी है .
किन्नर कि शवयात्रा को रात में दो बजे गुप्त तरह से निकाला जाता है कहते है कि उन्हें चप्पलों से पीटा भी जाता है.
कहते है जब कुंडली में शुक्र, शनि, केतु के योग होते है तब किन्नर पैदा होता है .