कुछ ऐसे टोटके जिन पर आँख बंद करके विश्वास करते है लोग
बचपन से ही हमें कुछ ऐसी बाते सिखाई जाती है जिसे हम बड़े होने तक निभाते है. आपके भी माता-पिता ने कई सारी अवधारणाएं और ऐसी बाते सिखाई होगी जिसके पीछे वास्तव में कोई कारण या सच्चाई नहीं होती है लेकिन फिर भी हम उन्हें निभाते ही चले जाते है. आज हम आपको घरो में होने वाले कुछ ऐसे ही टोटके और अन्धविश्वास के बारे में बता रहे है जिसके पीछे ना तो कोई सच्चाई होती है और ना ही कोई कारण.
आप सभी ने भी घरो, दुकान और गाड़ियों पर धागे में लटकी हुई नीबू-मिर्ची या काले रंग की गुड़िया टंगी हुई देखी होगी. ये इसलिए टांगते है ताकि किसी की बुरी नजर ना लगे.
मंगलवार के दिन बाल कटवाने से भी मना किया जाता है. घर के बड़े बुजुर्ग मंगलवार को बाल कटवाने के लिए सख्त मना कर देते है. इसलिए ज्यादातर नाइ भी मंगलवार को अवकाश रखते है.
घर में छाता खोलने पर भी मना किया जाता है. बड़े-बुजुर्ग कहते है कि घर में छाता खोलने से आस-पास के सामन को नुकसान पहुँचता है.
सूरज डूबने के बाद बाल काटना, नाख़ून काटना या जाड़ू लगाना भी गलत माना जाता है.