अब आप सोचेंगे की यह कैसे हो सकता है ,लेकिन यह संभव है. कहते है की खुद देवी माँ यहाँ सपने में आकर संतान प्राप्ति का आशीर्वाद देती है और इससे महिलाओं को संतान प्राप्ति का सुख होता है, दूर दूर से हज़ारो निसंतान महिलाए यहां आती है संतान प्राप्ति की इच्छा लेकर। और उनकी ये इच्छा पूरी भी हो जाती है। यह मंदिर सन्तानदात्री के नाम से प्रसिद्ध है नवरात्रों में यहां सलिन्दरा उत्सव मनाया जाता है जिसका अर्थ है सपने आना। इस समय नि:संतान महिलाएं दिन रात मंदिर के फर्श पर सोती हैं।