साल में एक बार ही खुलते है इस शिव मंदिर के द्वार
आज महाशिवरात्रि है. आज के दिन सभी भक्जन भगवान शिव की भक्ति में डूबे हुए है. हर तरह भोले-भोले की गूंज सुनाई पड़ रही है. सभी मंदिरो में भी विशेष रूप से साज सज्जा की गई है. महाशिवरात्रि पर्व आते ही भक्तों में अलग ही उत्साह और जोश नजर आता हैं. लेकिन आज हम आपको एक ऐसे शिव मंदिर के बारे में बता रहे हैं जो सिर्फ शिवरात्रि वाले दिन ही खुलता हैं. इस शिव मंदिर का नाम हैं 'एकलिंगेश्वर महादेव'. एकलिंगेश्वर महादेव मंदिर गुलाबी नगरी जयपुर के मोती डूंगरी किले के अंदर हैं. ये शिव मंदिर बाकियों से इसलिए खास हैं क्योकि ये साल में सिर्फ एक बार ही खुलता हैं.
भक्जन साल भर एकलिंगेश्वर महादेव मंदिर के द्वार खुलने का इंतजार करते हैं. शिवरात्रि वाले दिन एकलिंगेश्वर महादेव मंदिर के बाहर भक्तों की लम्बी कतार लगी रहती हैं. एकलिंगेश्वर महादेव मंदिर में भगवान शिव के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में भीड़ उमड़ती हैं. एकलिंगेश्वर महादेव मंदिर कई सालों पुराना हैं. मंदिर के पुजारी की माने तो एकलिंगेश्वर महादेव मंदिर की स्थापना जयपुर स्थापना से पहले ही हो गई थी.
एकलिंगेश्वर महादेव मंदिर को चमत्कारी भी माना जाता हैं. इस मंदिर में भोलेनाथ शिवलिंग के रूप में विराजमान हैं. कहा जाता है कि जब इस मंदिर की स्थापना हुई थी उस समय भगवान शिव के साथ उनके परिवार की भी मूर्तियां स्थापित की गई थी लेकिन कुछ समय पश्चात् इस मंदिर से शिव परिवार गायब हो गया.
काफी खोजबीन के बाद भी पता नहीं चल पाया कि आख़िरकार मूर्तियां गायब कहा हुई. कुछ समय बाद एक बार फिर मंदिर में शिव परिवार को स्थापित किया गया लेकिन फिर यहाँ से सभी मूर्तियां गायब हो गई. तब से इस मंदिर को चमत्कारी माना जाने लगा.
भक्तों के दर्शन के लिए एकलिंगेश्वर महादेव मंदिर के पट साल में एक बार ही खुलते है इसलिए शिवरात्रि के दिन इस मंदिर में विशेष रूप से साज सज्जा की जाती है जो सभी भक्तों का मन मोह लेती है. इस मंदिर तक पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को करीब एक किमी की चढाई करनी पड़ती है और फिर घंटो तक कतार में ही खड़े रहना पड़ता है जिसके बाद जाकर भगवान शिव के दर्शन हो पाते हैं.
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